तुम्हे तो सबकुछ बताना था।
क्या हो रहा मेरे साथ क्या हुआ है सब बताना था।
खो जाना चाहता था इस भीड़ से बस तेरे साथ जीना था।
हा टूटे हुए थे तुम टूटे हुए थे हम इसी लिए तुम्हारे साथ दिल लगाना था।
सोचा था की समझोगे हमे बिना बातये बस इस लिए ये टूटा हुआ दिल देना था।
क्या पता था की तुम कही और व्यस्त हो जाओगी।
तुम्हे जबरजस्ती नही प्यार से पाना था।
खोया रहता हु इस तन्हाई की दुनिया मे।
बस थक हार कर तेरे गोद मे सोना चाहता था।
लोग रुला जाते है किसी ना किसी बात पे ।
मै तुम्हे छोटी छोटी बातो मे हसना चाहता था।
लाख बुराइयाँ होंगी मेरे अंदर क्युकी खुदा नही हु मै ।
बस तुम समझो मुझे और मै तुम्हारे गले लग जाना चाहता था।
क्या हुआ क्या नही सब भूल कर मै आगे का सफर तुम्हारे साथ बिताना चाहता था।
क्या कहु कैसे कहु प्यार जो बचा था सिर्फ तुमपर लुटाना चाहता था।
जाओ अभी आजमा लो इस दुनिया को तुम।
इंतजार तुम्हारा है और रहेगा मै तो सिर्फ तुम्हे गले लगाना चाहता था।
बदल देती है हवाएं पानी की दिसा।
मै तो सिर्फ तुम्हे इस मतलबी दुनिया से बचाना चाहता था।
कास समझते तुम मेरे इस प्यार को मै दुनिया को दिखाना नही सिर्फ अपने पास छिपाना चाहता था।
..............Akash Gupta ✍️