*ॐ नमः शिवाय।*
प्रश्न कुंडली में देखा जाए तो सभी ग्रह और भाव महत्वपूर्ण हैं परंतु चंद्रमा की स्थिति और चंद्रमा किस भाव में है ये विशेष महत्व रखता है।
अतः प्रश्न कुंडली में चंद्रमा पर सभी रिजल्ट्स अत्यंत निर्भर करते हैं।
चंद्रमा मन का कारक है और याद रखें प्रश्न सदैव मन से ही उत्पन्न होता है।
दूसरा महत्वपूर्ण बिंदु बुद्ध ग्रह है जो कि वाणी का कारक है।
मन द्वारा उत्पन्न प्रश्न को आप वाणी के द्वारा कितना स्पष्ट कर पाएंगे ये बुद्ध की स्थिति पर निर्भर है।
तीसरा महत्वपूर्ण बिंदु गुरु है क्योंकि गुरु आकाश तत्व है और आकाश तत्व के द्वारा ही हम श्रवण करते हैं।
आपके द्वारा व्यक्त प्रश्न को सामने वाला कितनी स्पष्टता से सुन पाएगा या ग्रहण कर पाएगा ये गुरु की स्थिति पर निर्भर है।
*आचार्य दीपक सिक्का*
*संस्थापक ग्रह चाल कंसल्टेंसी*