🐭 कार्टून कहानी – “मिन्नी और जादुई रंगों की दुनिया”
एक छोटे से गाँव में मिन्नी नाम की चूहिया रहती थी। मिन्नी का सपना था कि उसका गाँव भी रंग-बिरंगा और सुंदर बने। लेकिन उसका गाँव हमेशा धूल भरा और उदास सा दिखता था।
एक दिन मिन्नी को जंगल के अंदर एक पुराना रंगों का डिब्बा मिला। जैसे ही उसने ढक्कन खोला, उसमें से सात रंग बाहर निकलकर आसमान में नाचने लगे — लाल, पीला, हरा, नीला, नारंगी, गुलाबी और बैंगनी।
रंगों ने मिन्नी से कहा,
“हम जादुई रंग हैं। अगर तुम हमें सही जगह पर इस्तेमाल करोगी, तो तुम्हारा गाँव खुशियों से भर जाएगा।”
मिन्नी खुशी-खुशी रंगों को लेकर गाँव लौटी और घर-घर में रंग भरने लगी।
घरों की दीवारें नीली और पीली हो गईं 🌈
पेड़ हरे और फूल गुलाबी हो गए 🌸
आसमान नारंगी चमक से भर गया ☀️
गाँव वाले हैरान थे — उनका गाँव पहली बार इतना सुंदर और जीवंत दिख रहा था।
लेकिन तभी, एक लोभी बिल्ली टॉमी को यह जादुई रंगों का रहस्य पता चला। उसने डिब्बा चुराने की कोशिश की। मिन्नी ने हिम्मत दिखाते हुए सबको इकट्ठा किया। सबने मिलकर बिल्ली को डराया और रंगों का डिब्बा बचा लिया।
अंत में रंगों ने कहा,
“अब हम हमेशा तुम्हारे गाँव में रहेंगे, लेकिन याद रखना — असली रंग तो दोस्ती और मिल-जुलकर रहने से आते हैं।”
गाँववाले हँस पड़े और सबने मिन्नी को गाँव की हीरो मान लिया।
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✨ सीख: असली जादू रंगों का नहीं, बल्कि मिलजुलकर खुशियाँ बाँटने का होता है।