#Janmashtmi
हे कृष्ण कन्हैया,ओ रास रचैया,

तुम ही माखनचोर ह्रदय बसैया।

नंदबाबा का लल्ला प्यारा,

यशोदा की आंखों का तारा,

माटी खा कर मुख के अंदर ,

ब्रह्मांड दिखा ड़ाला सारा।

पूज्य बड़े बलदाऊ भैया
तुम ही माखनचोर ह्रदय बसैया।
हे कृष्ण कन्हैया,ओ रास रचैया

डॉअमृता शुक्ला

Hindi Religious by Amrita shukla : 111826008
Amrita shukla 1 year ago

शुक्रिया

अब ला इलाज हो गए है देव बाबू 2 years ago

कुछ यूँ रहा किस्सा मुकदमा-ए-मुहब्बत का, गिरफ़्तार हो गए हम तफ़तीश करते-करते...

अब ला इलाज हो गए है देव बाबू 2 years ago

कुछ यूँ रहा किस्सा मुकदमा-ए-मुहब्बत का, गिरफ़्तार हो गए हम तफ़तीश करते-करते...

shekhar kharadi Idriya 2 years ago

अति सुन्दर रचना...

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