प्रेम कोई लौ नहीं है जो टिमटिमा कर मर जाए,

यह एक ऐसी नदी है जो बहती है और हमेशा फलती-फूलती है।

यह सिर्फ एक एहसास नहीं है जो आता है और चला जाता है,

लेकिन एक बंधन जो समय के धीमा होने के साथ गहरा होता है।

प्यार कोई चिंगारी नहीं है जो जलती और बुझती है,

यह एक ऐसी शक्ति है जो सहन करती है और कभी क्षीण नहीं होती।

यह सिर्फ एक जुनून नहीं है जो जलता है और मर जाता है,

लेकिन एक रोशनी जो सबसे गहरे आसमान में चमकती है।

प्रेम कोई फूल नहीं है जो खिलता और मुरझाता है,

यह एक ऐसा पेड़ है जो बढ़ता है और हमेशा के लिए छायादार हो जाता है।

यह सिर्फ एक पल नहीं है जो जल्दी से बीत जाता है,

लेकिन एक याद जो रहती है और हमेशा के लिए रहती है।

प्यार कोई खेल नहीं जो खेला और जीता जाए,

यह एक ऐसी यात्रा है जो साझा है और हमेशा के लिए शुरू हो गई है।

यह केवल एक इच्छा नहीं है जो आसानी से बुझ जाती है,

लेकिन एक ऐसी प्यास जो कभी पूरी तरह नहीं मिटती।

प्रेम कोई लौ नहीं है जो टिमटिमा कर मर जाए,

यह एक ऐसी नदी है जो बहती है और हमेशा फलती-फूलती है।

यह सिर्फ एक एहसास नहीं है जो आता है और चला जाता है,

लेकिन एक बंधन जो समय के धीमा होने के साथ गहरा होता है।

Hindi Poem by Karunesh Maurya : 111874601

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