जल्द ही अध्याय 3🔥
"जो मैं हूं, वो जानने का दम है तो जानने की कीमत भी चुकानी होगी।”🔥
"अभी तो मैंने सिर्फ़ आपको शर्मिंदा किया है,"
सिया मुस्कुराई, "आप इतने इमोशनल क्यों हो जाते हैं?" 😅
"मैं सिर्फ़ वहाँ इमोशनल होता हूं जहाँ मैं दिल रखता हूं,"😑
"और मैं अपने सीने में पत्थर रखता हूं।"सिया ने उसकी बात पे मुंह बना लिया।😒
"खडूस!"😑
"मुझे सुनाई दे रहा है"!!
"हां,तो सुनाने के लिए ही कहा है"!!
"राजकुमारी!आपको ये बाते सोभा नही देती!!
"लो!अब ये मेरी दादी भी बनेगा! बॉडीगार्ड कम था क्या?सिया मन ही मन मुंह बना कर बोली। 😙
तभी अर्जुन का फोन बजने लगा।
#hukmaurhasrat
#Para 💗 hearts forever
#Arsia
~Diksha mis kahani