✨ सातवाँ दिन: माँ कालरात्रि का संदेश ✨
सातवें दिन का होता है विशेष प्रभाव,
माँ कालरात्रि करतीं हर भय का साफ।
भयानक रूप, पर ममता की धारा,
अज्ञान मिटाकर दिखातीं उजियारा।
काली के स्वरूप में हैं असीम करुणा,
नष्ट करें दुख, भय और भ्रम का कारणा।
भक्तों को देतीं निर्भयता का वरदान,
सिखातीं – अंधकार के बाद ही आता है उज्ज्वल प्रस्थान।
सिंह पर आरूढ़, बिजली-सा तेज,
दुष्टों का करतीं अंत, धर्म का सेज।
जो करे निष्ठा से माँ का ध्यान,
पाता है जीवन में निर्भय सम्मान।
✨ माँ कालरात्रि का स्मरण सिखाता है –
“भय से मुक्त होकर ही सच्चा ज्ञान और सफलता मिलती है।” ✨