✤┈SuNo ┤_★_🦋
रू-ए-महताब सी ये जोड़ी है, जैसे
तारों भरी कोई लोरी है,
रंग गहरा है इश्क़ के जैसा, चाँदनी
रात में भी जो रौशन है,
एक दूजे में खोए हुए ऐसे, जैसे दो
फूल एक ही डोरी है,
नज़रें झुकती हैं, शरम से लब सीलें
ये मोहब्बत की कैसी कमज़ोरी है,
वस्ल की आरज़ू है, निगाहों में, दूर
हो कर भी एहसास की डोरी है,
खुदा रखे सलामत ये चाहत हमारी
हर दुआ में यही इल्तिजा मेरी है.❤️
╭─❀🥺⊰╯
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☞#LoVeAaShiQ_SinGh 😊°
⎪⎨➛•ज़ख़्मी-ऐ-ज़ुबानी°☜⎬⎪
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