पुराने किले में हलचल..... गामाक्ष के जाते ही सब तरफ सन्नाटा छा जाता है, , सब बेसुध इधर उधर पड़े थे किसी को कोई होश नहीं यहां क्या हो गया,।।। अब आगे............. रात के तीन बज चुके थे , , अभी भी सब तरफ बस हवा का शोर ही गूंज रहा था , , धीरे धीरे विवेक के शरीर में हलचल सी होने लगती है और उसके थोड़ी देर बाद विवेक अपनी आंखों को खोलकर ऊपर की तरफ देखते हुए धीरे धीरे सब तरफ नजरें घुमाने लगता है और अपने आस पास सबको बेसुध पड़े देखकर उसके चेहरे पर शिकंज आ जाती है...
The Risky Love - 1
पुराने किले में हलचल.....गामाक्ष के जाते ही सब तरफ सन्नाटा छा जाता है, , सब बेसुध इधर उधर पड़े किसी को कोई होश नहीं यहां क्या हो गया,।।।अब आगे.............रात के तीन बज चुके थे , , अभी भी सब तरफ बस हवा का शोर ही गूंज रहा था , , धीरे धीरे विवेक के शरीर में हलचल सी होने लगती है और उसके थोड़ी देर बाद विवेक अपनी आंखों को खोलकर ऊपर की तरफ देखते हुए धीरे धीरे सब तरफ नजरें घुमाने लगता है और अपने आस पास सबको बेसुध पड़े देखकर उसके चेहरे पर शिकंज आ जाती है...विवेक ...Read More
The Risky Love - 2
ज़ब मैं इस दुनिया से चली जाउंगी.....अब आगे...........विवेक खुद से ही कहता है....." अदिति ये ब्रेसलेट क्यूं देकर गई मुझे...?..." बहुत देर सोचने के बाद उसे इस ब्रेसलेट के पीछे की वजह समझ आ जाती है......फ्लैशबेक......." अदिति तुम इतना परेशान सी क्यूं बैठी हो...?..." विवेक एक चुलबुली मुस्कान को छिपाते हुए कहता हैअदिति वहीं गुमसुम सी कहती हैं..." विवेक कुछ नहीं हुआ तुम जाओ..."विवेक उसके चेहरे को दोनों हाथों से पकड़ कर अपनी तरफ करके पूछता है...." मेरी स्वीट हार्ट को क्या हुआ है...?... मुझे नहीं बताओगी..."" विवेक तुम्हें पता है , मैं जो ब्रेसलेट पहनती हूं.."विवेक उसे टोकते ...Read More
The Risky Love - 3
...पुराने किले में कैद अदिति.....अब आगे.............आदित्य इस बात को सुनकर बहुत ज्यादा दुखी हो जाता है...कामनाथ जी और अमरनाथ उसे समझाते हैं...." ऐसे. दुखी होने से कुछ नहीं होगा आदित्य , खुद संभालो , अदिति तुमसे दूर गई , अभी वो जिंदा है , , तुम्हें उसे बचाना होगा..."तभी मेन डोर से आवाज़ आती है......" अदिति जिंदा है और उसे बचाना है..."सबकी नजरें मेन डोर पर जाती है जहां इशान और विवेक खड़े उनकी ये बात सुन चुके थे , , विवेक तेज तेज कदमों से आकर आदित्य के पास आकर बैठकर उसे कंधे से पकड़कर पूछता है....." कहां ...Read More
The Risky Love - 4
देविका को पता चली सच्चाई...अब आगे.......विवेक आदित्य को समझाते हुए कहता है कि हम भी पैहरगढ जाएंगे..." जिसे सुनकर अपने आंसूओं को पोंछते हुए कहता है...." हां विवेक सही कहा, , मुझे पैहरगढ जाना होगा , अब देर नहीं करनी चाहिए...."विवेक अकेले उसके जाने की बात सुनकर कहता है....." भाई , आप अकेले नहीं जाओगे , मैं भी आपके साथ ही जाऊंगा...."विवेक की जाने की बात सुनकर आदित्य उसे मना करता है लेकिन इशान उसका सपोर्ट लेते हुए कहता है....."आदित्य तू अकेला नहीं जाएगा , हम दोनों तेरे साथ जाएंगे..."" लेकिन मैं तुम दोनों को खतरे में नहीं डाल ...Read More
The Risky Love - 5
मुझे सच्चाई जाननी है....अब आगे............देविका जी वापस अपने घर पहुंचकर बाहर आंगन में खाट पर बैठ जाती है और के कुछ लोग भी वहीं उनके आमने सामने बैठ कर बातें करने लगते हैं , , कांची देविका जी के लिए दूध का गिलास लेकर आती है और वही खड़ी हो जाती है , , देविका जी दूध पीते हुए दरवाजे की तरफ ही देख रही थी तभी रमन से कहती हैं ...." जा देखकर आ वो अभी तक आए या नहीं...." रमन वहां से चला जाता है और देविका सबसे बात करके सबको जाने के लिए कहती हैं,अब सब ...Read More
The Risky Love - 6
अतीत की सच्चाई.. 1अब आगे.........." पहले तुम सब यहां बैठो , सफर से आए हो तक गए होगे..."" नहीं अब आराम से बैठने का टाइम नहीं है जल्दी ही अदिति को बचाना होगा...."देविका जी खटोले को बिछाती हुई कहती हैं......" तुम सब बैठो , कांची इन सबके लिए चाय और कुछ खाने के लिए लेकर आ..."." जी मासी.." कांची वहां से रसोईघर में चली जाती हैं लेकिन आदित्य घबराते हुए कहता है....." मां हमें कुछ नहीं खाना बस जल्दी से बताइए सच्चाई क्या है और हम अदिति को कैसे बचा सकते हैं.....?..."देविका जी आदित्य की बात को सुनकर कहती ...Read More
The Risky Love - 7
अतीत से जुड़े पहलु. 2अब आगे.........गामाक्ष हकलाते हुए कहता है..." त तुम ..ये क्या कर रहे हो...?..."दूसरी तरफ से गुस्से वाली आवाज आती है....." दूसरों के घरों में बेवजह घुमना अच्छी बात नहीं होती , !गामाक्ष दूर से आ रही एक चमकदार रोशनी को देखते हुए कहता है...." ये क्या चीज़ है , कोई दीपक या मशाल तो नहीं लगती.... बोलो विरूनाभ , तुम आंधी रात को क्या क्रिया कर रहे हो....?.."विरूनाभ दांतों को भिंचते हुए कहता है...." तुम चुपचाप यहां से चले जाओ , नहीं तो मैं तुम्हें मारकर खा जाऊंगा..."तभी उस जलती हुई रोशनी में से आवाज़ ...Read More
The Risky Love - 8
अदिति के जन्म की सच्चाई...अब आगे.............तभी उस चमकती हुई ज्योति में से आवाज़ आती है...." हे ! महात्मा , वनदेवी आपसे एक विनती करती हूं अगर आप उसे स्वीकार करें तो मैं कहूं...."इस आवाज से सबका ध्यान उसकी तरफ जाता हैआदिराज अचानक ज्योति में से आवाज़ सुनकर कहते हैं...." बोलो , क्या विनती करनी है...."" मैं , इस पिशाच को अकेले नहीं मार सकती , इसमें आपके अंश की आवश्यकता होगी , क्योंकि आपकी सकारात्मक शक्तियो ने इसे निढाल बनाया है ,..."" तो तुम कहना क्या चाहती हो वनदेवी ....?..."" हे ! महात्मा , , मुझे आज्ञा दे दो ...Read More
The Risky Love - 9
बेताल की आत्मा कहाँ गई....अब आगे...........आदिराज घोषणा करते हैं की उनकी बेटी के जन्म की खुशी में पूरे गांव दावत के लिए कहते हैं , जिससे पूरे गांव में खुशी का माहौल था , ,आदिराज देविका के पास जाते हैं जिन्हें देखकर देविका उनकी इतनी खुशी का कारण पूछती है...." आप आज बेटी के जन्म पर पूरे गांव को दावत क्यूं देना चाहते हो....?..."आदिराज देविका के हाथ को अपने हाथ में लेते हुए कहते हैं....." देविका पहली जब हमने बेटे के जन्म पर पूरे गांव को दावत दी थी तो हम बेटी के जन्म पर कोई कसर क्यूं छोड़े.... ...Read More
The Risky Love - 10
अपहरण कांड की शुरुआत...अब आगे.........आदिराज अदिति को अमोघनाथ को सौंप कर खुद उस घेरे के आस पास उस बोतल ढूंढ़ने लगते हैं , , आस पास उस शीशी को न मिलने की वजह से आदिराज के चेहरे पर डर झलकने लगा था और उस अभिमंत्रित खंजर को उठाकर जल्दी से उसे एक लाल कपड़े में लपेटकर उसपर मौली को लपेटते हुए मंत्रों का जप कर रहे थे , , उस खंजर को पूरी तरह ढकने के बाद उसे वो कमर में बांध लेते हैं और फिर काली माता के सामने रखे मौली को उठाकर उसमें एक रूद्राक्ष को पीरोकर ...Read More
The Risky Love - 11
तामसिक क्रिया की तैयारी...अब आगे.............गामाक्ष रात के अंधेरे में मंदिर के तहखाने वाले कमरे से वो किताब चुरा रहा , जिसे देखकर आदिराज चौंकते हुए कहते हैं......" इस गामक्ष ने पैशाची विद्या की किताब क्यूं चुराई....?...."आदिराज को विहल देखकर अमोघनाथ उन्हें करते हुए कहता है......" आदिराज जी..! आप शांत हो जाइए नहीं तो आप अपनी शक्तियों पर से नियंत्रण खो देंगे...."" अमोघनाथ मेरी शक्तियों की परवाह नहीं मुझे , , इस गामाक्ष ने आधी रात को ये चोरी क्यूं की...?...कहीं ये भी तो पैशाची शक्तियों को तो प्राप्त नहीं करना चाहता....?..."" आदिराज जी ! मैंने आपसे पहले ही कहा ...Read More