सनातनी_जितेंद्र Quotes in Hindi, Gujarati, Marathi and English | Matrubharti

सनातनी_जितेंद्र Quotes, often spoken by influential individuals or derived from literature, can spark motivation and encourage people to take action. Whether it's facing challenges or overcoming obstacles, reading or hearing a powerful सनातनी_जितेंद्र quote can lift spirits and rekindle determination. सनातनी_जितेंद्र Quotes distill complex ideas or experiences into short, memorable phrases. They carry timeless wisdom that often helps people navigate life situations, offering clarity and insight in just a few words.

सनातनी_जितेंद्र bites

था जी रहा मन! जिंदगी,जिस भावना की चाह में..
की मनमानी,छोड़कर चली गई आधी-अधूरी राह में।
अब तन्हा हूँ, संग तन्हाई का मेला है....
अच्छा नहीं किया,जो खेल ये तुमने खेला है।।
#मनभावना
#स्वप्नपरी
#दर्द_छलक_जाता_है
#योरकोट_हिंदी
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन

मेरा और तुम्हारा रिश्ता,
मेरा तुमसे प्रेम!, अप्रमेय है।
#हमारारिश्ता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
#सनातनी_जितेंद्र मन

प्रेम तो होता मगर, ये मौसमी प्यार न होता...
न मुहब्बतें न ही, जिस्मी-बात होतीं।
तु न होता.. ग़ालिब, तो ये मंजर सूकूं भरा होता।
यूँ ही कोई आशिक,इम्तिहान-ए-आशिकी में न मरा होता।।
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#गलतियाँ
#गालिब_के_अब्बू
#सनातनी_जितेंद्र मन

है हथियार धारदार जिंदगी..
कभी कड़वी कभी मीठी, है मक्कार जिंदगी।
अनगिनत दर्दों से भरी,चीखती करती पुकार जिंदगी..
मैं न कहूंगा कभी तुम्हें, खुदकुशी के लिये..
है बहती बयार, संग बह सको तो चलो।।
#philosophyoflife
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#yourquotezindagi
#sanatani_jitendra_mann
#सनातनी_जितेंद्र मन

तेरे अधरों ने की बेइमानी,करतूत है ये सरेआम तेरे नैनों की।
बड़ी बेदर्द है तेरी तरह वो भी,पलक की ताक पर तीखी-कटार रखती है।।
#कैक्टसकेफूल
#कैद
#ये_लाल_ईश्क
#सनातनी_जितेंद्र मन

जीते जी भले ही किसी से,गिले-शिकवे हजार होंगे...
चलेगी पालकी सज-धज के,जिस दिन हमारी।
औकात देखेगी, तकल्लुफ-जिंदगी भी उसी दिन।
खुशियों के गीत होंगे,सब मन के मीत होंगे।
राहें गुलाब होंगी,महताब रोशन होंगे।
कांधे भी चार होंगे, संग सारे यार होंगे।।
#परेशान_ना_कर_जिंदगी
#रूठीज़िन्दगी
#मौतकाइंतज़ार
#सनातनी_जितेंद्र मन

जीते जी भले ही किसी से,गिले-शिकवे हजार होंगे...
चलेगी पालकी सज-धज के,जिस दिन हमारी।
औकात देखेगी, तकल्लुफ-जिंदगी भी उसी दिन।
खुशियों के गीत होंगे,सब मन के मीत होंगे।
राहें गुलाब होंगी,महताब रोशन होंगे।
कांधे भी चार होंगे, संग सारे यार होंगे।।
#परेशान_ना_कर_जिंदगी
#रूठीज़िन्दगी
#मौतकाइंतज़ार
#सनातनी_जितेंद्र मन

न मिले, समय रहते अमृत....
फिर कहो?मूल्य! हो, कैसे उसका😢
#मुहब्बत_के_रंग
#दर्द_छलक_जाता_है
#जिंदगी_सें_शिकायते
#सनातनी_जितेंद्र मन