KAVYOTSAV Quotes in Hindi, Gujarati, Marathi and English | Matrubharti

KAVYOTSAV Quotes, often spoken by influential individuals or derived from literature, can spark motivation and encourage people to take action. Whether it's facing challenges or overcoming obstacles, reading or hearing a powerful KAVYOTSAV quote can lift spirits and rekindle determination. KAVYOTSAV Quotes distill complex ideas or experiences into short, memorable phrases. They carry timeless wisdom that often helps people navigate life situations, offering clarity and insight in just a few words.

KAVYOTSAV bites

#kavyotsav 2
#amisha ni kalame.....???
#SHANTI (PEACE )

थो....डस जग जिंकूया



आज पूर्ण विश्व, जिंकायची च गोष्ट करतंय

जीन्कालेल्यांची पण गोष्ट करतंय ;

आपण पण तेच करत राह्यलोय, नाही !

चल न गडे आपली पण गोष्ट आईकुया |

चल न गडे थो....डस जग जिंकूया ||



तुला आस वाटतंय कि तुझी स्वतंत्र्यता हरवली?

तुला आस वाटतंय कि तू तुझी पांख कुठेतरी घालवली?

आकाश अझुनही तुझं आहे ,

फक्त तला एक उडान भरायची आहे;

चल न गडे आपली घालवलेली एक पांख घडवूया| 

चल न गडे थो....डस जग जिंकूया || 



फूल कधी कोणाचं नसतं,

जेनी घेतल तेच च असतं,

पण जेनी फेकलं तेच पण;

चगदुनही ते सुवास देतं

मला पण तसं महेकता येत;

चल न गडे थो....डस महेकुया |

चल न गडे थो...डस जग जिंकूया ||



माझं दार मला नाई सापडत ,

तुझं दार सापडलं तरी ते तुझं नाई वाटत;

ते दार उघडायच कसलं,

जे   आपलं        नसलं,

चल न गडे एक आपलं पण दार बनवूया|

चल न गडे थो...डस जग जिंकूया ||



कुठेतरी आपण च चूकतोय;

कुठे चूक राह्यली ती मी पण शोधतोय;

चल न गडे थोडासा मनाचा आभ्यास करूया|

चल न गडे आपली पण चूक शोधूया|

चल न गडे थो...डस जग जिंकूया ||



मनुष्याची गणतरी कशी असते ती मला नाई माहित; 

माझी गणतरी कोणी कशी केली ती पण नाई माहित;

चल सोड हि गणतरी च;

चल न गडे एक स्वताहा च गणित केलावूया|

 चल न गडे थो...डस जग जिंकूया ||



जीवन आणि मृत्यू हा तर नियम च राह्यला, 

पण प्रत्येक माणूस एक आठवण म्हणून राह्यला;

मी पण कधी तरी जाणार,

तू पण कधी तरी जाणार ;

चल न गडे थो...डीशी आठवण सोडून जाऊया| 

चल न गडे थो...डस ,पण जग जिंकूया ||



-ऋत्विक वाडकर
(Lets win the world)

#KAVYOTSAV -2

#KAVYOTSAV -2
#politics


"नेताओं की सोच"

कर्ज माफी तो बहाना है,
हमको तो सत्ता में आना है ।
सत्ता में आके तुमको फिर सताना है,
फिर से भेड़िया बन, तुमको लोकतंत्र में डरवाना है।
तुम्हारे टैक्स का पैसा हमको चुराना है,
भैया,हम तो नेताजी हैं।
हमको तो सत्ता में आना है।
©saurabhshukla

#KAVYOTSAV -2

"राजनीतिक प्यार"

तुम बदल न जाना सर्दियों की इन हवाओं की तरह,
दिल्ली की लड़कियों की अदाओं की तरह।
राजनितिक पार्टियों की तरह तुम वादे न करना,
मिलने-मिलाने की बातें न करना।
बस दूर से ही मुलाक़ात करें,
आओ व्हाट्सएप्प पर बात करें।
कुछ टाइप तुम करो,कुछ टाइप हम करें,
कभी तुम नाराज न होना,कभी हम नाराज न हो।
लोकतंत्र की भांति, तुम जनता बनकर मेरा साथ देती रहना,
मै नेता बनकर तुम्हें बेवकूफ बनाता रहूँगा।
©saurabhshukla

#Kavyotsav -2


"अवतार!"


जो इस देश का भाग्यविधाता है,

वो इस भारत मैं रहेता हैं!


उसनेे अपने घर को त्यागा ,

देश को इक घर बनाया हैं!


वो जब छोड सब, गया हिमालय,

बाद में शक्ति कोइ उसमें आइ हैं!


विरोधी क्या कहेता ओर क्या है करता,

वो देशहित के लिए जीता मरता हैं!


सच्चा मुंह पर कहने वाला,

झूठे को सबक सिखाता हैं!


शब्दो मैं उसके शेर सी गर्जना,

इरादों में ताकत लोहे सी हैं!


मुख पर सुर्य तेज सा उसमें,

बदन में बिजली सी स्फूर्ति हैं!


देश को हानि करने वालो को,

उसने मार गिराया हैं!


वंदन करता उस मात को,

जिसने इसे एक वीर बनाया है!


अरे,वो कोई इन्सान नही,

इक अवतार बनके आया है!


कोई उसका क्या बिगाड़े,

जिसनें साथ इश्वर का पाया हैं!


वो अवतार कोई और नहीं,

मेरे देश का "पी.एम् मोदी" मुझें भाया हैं!


सुनो सुनो ऐ भारतवासी,

बहोत हो गई नाइंसाफ़ी!


अगर कल को बहेतर बनाना हैं,

तो "मोदी"को बार बार विजय रचाना हैं!


© लेखक- पंडया शक्ति अनुपमभाई

#kavyotsav -2