धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी

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एक बड़े से बंगले के पीछे बने आउट हाउस के एक कमरे में बिल्कुल अंधेरा था , और उसी अंधेरे कमरे के अंदर से किसी लड़की की सिसकियों की आवाजें आ रही थी, जो आवाज सिसकियों में भी बहुत प्यारी लग रही थी। तभी उस अंधेरे कमरे में एक टीवी ऑन होता है, तो उस की रोशनी सीधी उस लड़की पर पड़ती है , और टीवी की रोशनी में उस लड़की का चेहरा नजर आता है, इतना सुंदर और मासूम सा चेहरा, आंखों में आंसू, और चेहरा पर थोड़ी सी धूल मिट्टी , फिर भी उस की मासूमियत देख कर किसी का भी दिल पिघल जाए।

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धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 1

एक बड़े से बंगले के पीछे बने आउट हाउस के एक कमरे में बिल्कुल अंधेरा था , और उसी कमरे के अंदर से किसी लड़की की सिसकियों की आवाजें आ रही थी, जो आवाज सिसकियों में भी बहुत प्यारी लग रही थी।तभी उस अंधेरे कमरे में एक टीवी ऑन होता है, तो उस की रोशनी सीधी उस लड़की पर पड़ती है , और टीवी की रोशनी में उस लड़की का चेहरा नजर आता है, इतना सुंदर और मासूम सा चेहरा, आंखों में आंसू, और चेहरा पर थोड़ी सी धूल मिट्टी , फिर भी उस की मासूमियत देख कर किसी ...Read More

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धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 2

प्रोमो में हमने पढ़ा था कि साहिल अपने पापा से बात कर रहा होता है।साहिल; हां पापा, बोलिए आपको काम है?गोपाल जी ( साहिल के पापा); बेटा हमे अर्जेंट में कल तक उस असाइनमेंट की फाइल चाहिए , जो हमे मल्होत्रा के साथ deal करना था।साहिल; ok पापा! मैं अभी फ्लाइट की टिकट बुक करवा देता हुं मेरी, और आ जाता हुं कल तक वो फाइल लेकर चेन्नई!गोपाल जी; नही बेटा, तुम्हे आने की जरूरत नही है यहां पर! फिर वहां आगरा में कंपनी कौन देखेगा? मेरा एक फ्रेंड है, मल्होत्रा! जिसका मैनेजर आज उसी शहर में एक शादी ...Read More

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धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 3

धीरे धीरे कमरे में आग बढ़ रही थी, और सिमरन और भी panic हो रही थी। अब उसे कोई नजर नही आ रही थी। धीरे धीरे उसे धुएं की वजह से खांसी आने लगी और वो कमजोर होकर जमीन पर ही बैठ गई। जैसे जैसे आग बढ़ रही थी, उसके लिए जगह कम होती जा रही थी, और वो पीछे पीछे खिसक रही थी। अब उसने सोच लिया था कि अब वो भगवान जी के पास जाने वाली है। और वो अपनी आंखें बंद कर देती है, जिससे वो बेहोश होने लगती है। और फिर बिल्कुल बेहोश होकर जमीन ...Read More