Most popular trending quotes in Hindi, Gujarati , English

World's trending and most popular quotes by the most inspiring quote writers is here on BitesApp, you can become part of this millions of author community by writing your quotes here and reaching to the millions of the users across the world.

New bites

Every project has a deadline.
Every class has a last goodbye.
Every fruit has a moment before it falls.
Every bird has a flight it must take alone.
Every human has a chapter that quietly ends.
And just like that —
every relationship too comes with its own unseen deadline.
So give your best, love wholeheartedly,
and before the ending arrives,
complete your part with gratitude…
and let it go with grace.

nensivithalani.210365

ક્યાંથી વિસરાય
એ અંધારી રાત
અજવાળી હતી
તેં પ્રીતની વાટ…
-કામિની

kamini6601

ദൂരം ❤️

nithinkumarj640200

ദൂരം 🥰

nithinkumarj640200

तेरी आँखों में जब भी अपना अक्स देखा
महसूस हुआ कि इश्क़ भी साँस लेती है.
#डॉअनामिका #हिंदी_का_विस्तार #हिंदी_पंक्तियाँ #हिंदी_शब्द #ऊर्दू_अलफ़ाज़

rsinha9090gmailcom

Do you know that if a husband and wife both form a commitment to adjust with each other, they will find a solution?

Read more on: https://dbf.adalaj.org/n2ifpWti

#relationshp #relationshiptips #relationshpadvice #doyouknow #facts #DadaBhagwanFoundation

dadabhagwan1150

ममता गिरीश त्रिवेदी की कविताएं
https://youtu.be/omxmtkshW5c?si=nnGbFAIdpXWveHhp

mamtatrivedi444291

स्त्री को गुरु बनना नहीं —गुरु को जन्म देना है

स्त्री का काम गृह, गृहस्थी और समाज की नींव बनना है।

जब स्त्री अपने मौलिक धर्म में स्थिर रहती है —

तभी बुद्धि, कृष्ण, राम जैसे पुरुष प्रकट होते हैं।

स्त्री का मूल स्वरूप श्री है।

यदि वह ज्ञाता बन जाए, प्रदर्शन में उतर जाए —

तो उसका अनुभव, उसकी मौन तरंग खो जाती है।

स्त्री ऊर्जा की धरती है —

हल्के पर्दे में खिली फुलवारी,

सहज हरियाली, सौम्य नृत्य।

जैसे धरती आक्रमण नहीं करती —

किन्तु सब कुछ सहकर जीवन को जन्म देती है,

वैसे ही स्त्री की ग्रहणशीलता, सहनशीलता और इंतजार

तुच्छ नहीं — दैवीय गुण हैं।

पुरुष दृष्टा है —

जैसे सूरज केवल देखता है

और धरती में अपने आप जीवन पनप उठता है।

स्त्री केवल एक स्पर्श से

वीणा बन जाती है —

उसका संगीत मौन में खिलता है।

ज्ञान देना — स्त्री के स्वभाव पर आक्रमण है।

वह गुरु नहीं,

गुरुओं की जन्मभूमि है।

प्रथम गुरु माँ है —

यदि वही दृष्ट, निर्मल और प्रेममयी हो,

तो संतान राम बनती है, कृष्ण बनती है, महावीर बनती है।

स्त्री की यात्रा प्रदर्शन नहीं —

अनुभूति का मार्ग है।

सफेद वस्त्र स्त्री का स्वरूप नहीं —

वह तो रंगों की रोशनी है,

नृत्य है, संगीत है, सृष्टि है।

पुरुष केवल घोड़ा है —

पर विजय स्त्री की होती है।

राधा के बिना कृष्ण कहाँ?

---

✧ धर्म और आध्यात्म ✧

वेदों में —

ऋग्वेद और उपनिषद् आध्यात्म हैं,

शेष तीन वेद विज्ञान हैं।

धर्म वह नहीं जो संस्थाएँ बेचें —

धर्म वह संस्कार है

जो माँ की गोद में मिलता है।

जिसे बचपन में स्त्री से सच्चा संस्कार मिल जाए,

उसे किसी संस्था, किसी व्यवसाय,

किसी “आध्यात्मिक ब्रांड” की आवश्यकता नहीं रहती।

क्योंकि वह अपने आप गुरु हो जाता है।

---

✧ अंतिम सत्य ✧

स्त्री को गुरु बनना नहीं —

गुरु को जन्म देना है।

और यही है उसका

श्री-धर्म।

bhutaji

🙏🙏सुप्रभात 🙏🙏
,🌹आपका दिन मंगलमय हो 🌹

sonishakya18273gmail.com308865

वेदान्त 2.0 — आधुनिक भारतीय दर्शन की एक नई दृष्टि

वेदान्त 2.0 एक समकालीन और क्रांतिकारी दार्शनिक अवधारणा है, जिसे विशेष रूप से अज्ञात अज्ञानी जैसे आधुनिक विचारकों ने प्रस्तुत किया है। यह न पारंपरिक धार्मिक वेदान्त का पुनरावर्तन है और न किसी मत-मतांतर की पुनर्पैकिंग —
यह वर्तमान क्षण से निकला जीवन का प्रत्यक्ष दर्शन है।

यह दर्शन कहता है:

> “जब जीवन पहली बार स्वयं को देखता है —
बिना किसी पुस्तक, कल्पना या विश्वास की सहायता के —
वहीं से वेदान्त 2.0 की शुरुआत होती है।”




---

मुख्य विशेषताएँ

अनुभव-आधारित सत्य
यहाँ ब्रह्म, आत्मा, परमात्मा — ये अवधारणाएँ विश्वास की नहीं, प्रत्यक्ष अनुभूति की बातें हैं।

धर्म या मार्ग नहीं — स्वभाव
जैसे सूर्य प्रकाश देता है या वृक्ष छाया —
वेदान्त 2.0 भी बिना किसी दावे, वाद या शास्त्र ग्रहण के स्वयं प्रकट होता है।

आधुनिकता और ताज़गी
यह सभ्यता, विज्ञान, स्त्री-चेतना और स्वतंत्रता को विरोध नहीं,
संवाद और सृजन के रूप में अपनाता है।



---

पारंपरिक वेदान्त और वेदान्त 2.0 में अंतर

पारंपरिक वेदान्त वेदान्त 2.0

शास्त्र आधारित, श्रुति पर भरोसा अनुभव आधारित, प्रत्यक्ष सत्य
लक्ष्य — मोक्ष, परमात्मा, मुक्ति लक्ष्य नहीं — जीवन का जागरण
सामाजिक-धार्मिक ढाँचा साथ व्यक्तिगत स्वतंत्रता प्रमुख
गुरु-परंपरा आवश्यक स्वानुभव ही गुरु



---

समकालीन संदर्भ

आज के कई विचारक — विशेषकर अज्ञात अज्ञानी और कुछ हद तक आचार्य प्रशांत —
इसे सनातन धर्म की मूल आत्मा का आधुनिक पुनर्जागरण मानते हैं।

यह समय, संस्कृति और रूढ़ियों की धूल झाड़कर असली, जिंदा, प्रत्यक्ष धर्म को फिर सामने लाता है।


---

निष्कर्ष

वेदान्त 2.0 हमें बुलाता है—

> “अभी को देख।
स्वयं को अनुभव कर।
बिना कल्पना, बिना डर, बिना इतिहास।”



यही इसकी सबसे बड़ी पहचान है —
स्वतंत्रता, जिज्ञासा और मौलिकता।

bhutaji

પ્રકૃતિ આપે પ્રારબ્ધ.. 🌹

daksheshinamdardil

PAAGLA – A heart that speaks through words. 💭✨ Sharing emotions, shayari, quotes, and stories that touch your soul. From love to pain, from motivation to dreams – here, every line is written to connect with your heart. ❤️📖

jaiprakash413885

Day, night, stress, joy — chai fits every chapter.☕️🫖

nensivithalani.210365

mara kuch jindgi ka panna adhura hai 😭😭

gulaboo22

Follow the RKC GLOBAL RESEARCH CENTRE channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Vb6nSzoDOQIXdQiMVl1U

rajukumarchaudhary502010

ദൂരം

nithinkumarj640200

ദൂരം ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

nithinkumarj640200

ദൂരം 🥰🥰🥰🥰🥰🥰🥰

nithinkumarj640200

ദൂരം

nithinkumarj640200

The Japanese Art of Kintsugi

Break is not the end — it creates something more beautiful.
Kintsugi teaches us that every crack has meaning.
In Japan, broken pottery is repaired with gold —
not to hide the damage, but to honour it.
Life breaks us too, through loss and challenges.
But every scar can become a golden line in our story.
“What feels like the end is often the beginning of your most beautiful version.”
— Nensi Vithalani

nensivithalani.210365

"LokSewa Master | Nepal Exam Prep | GK, Math, Reasoning & Grammar | Mock Tests & Study Notes | Government Job Preparation Tips | Stay Smart, Stay Ready!"

rajukumarchaudhary502010

અહો! કેવું સરસ નજરાણું
ભુખ્યાં માટે ભર્યું તરભાણું…
-કામિની

kamini6601